94 साल के बलबीर सीनियर ने हॉकी में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने वर्ष 1948 में लंदन ओलंपिक, 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक तथा 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे।
तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी बलबीर सिंह सीनियर को बीमार होने के बाद दोबारा यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है। उनके परिवार ने बुधवार को यह जानकारी दी। उनके नाती कबीर ने पीटीआई से कहा कि उन्हें सोमवार से यहां पीजीआईएमईआर में भर्ती कराया गया है।
पीजीआईएमईआर में आने से पहले 94 वर्ष के महान हॉकी खिलाड़ी एक हफ्ते तक मोहाली के निजी अस्पताल में थे। जनवरी में भी उन्हें 108 दिन तक पीजीआईएमईआर में रखा गया था जहां उनका निमोनिया का उपचार हुआ था। कबीर ने कहा कि फिर से उन्हें इसी से परेशानी हुई लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, ''उनकी हालत अब ठीक है।''
ओलंपियन बलबीर के इलाज के लिए 5 लाख की मदद
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हॉकी ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर के इलाज के लिए पांच लाख रुपए की राशि जारी की है। खेल विभाग की निदेशक एवं मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रधान सचिव अमृत कौर गिल ने बलबीर सीनियर के पोते को चैक सौंपा।
गिल ने कहा कि वह बलबीर सीनियर का हालचाल पूछने पीजीआई गईं और मुख्यमंत्री के निर्देश पर चैक परिवार को सौंपा। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से उनके इलाज के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
बता दें कि कि 94 साल के बलबीर सीनियर ने हॉकी में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने वर्ष 1948 में लंदन ओलंपिक, 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक और 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। वह 1956 के ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे। वह 1975 में हॉकी विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर थे।