नई दिल्ली: उन्नाव रेप (Unnao Rape) के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Sengar) को BJP ने पार्टी से निकाल दिया है. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने इस खबर की पुष्टि की. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने विधायक कुलदीप सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. बता दें कि कुलदीप सेंगर को पार्टी ने पहले ही निलंबित कर दिया था. बता दें कि बीते रविवार को बलात्कार पीड़िता की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी. टक्कर में रेप पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी. वहीं, पीड़िता लखनऊ के अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है. सीबीआई ने पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले में कुलदीप सिंह सेंगर और 9 अन्य के खिलाफ हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है.
इससे पहले मामले की जांच करने के लिए एजेंसी की तरफ से गठित विशेष टीम रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज इलाके में हादसा स्थल पर पहुंची. टीम ने अपराध स्थल, मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया. दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने बातचीत की. एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि टीम महिला की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत करेगी और उनसे पूछेगी कि रविवार को वे पीड़िता के साथ क्यों नहीं थे, जब दुर्घटना हुई.
गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग को लेकर बुधवार को उपवास किया. पार्टी आलाकमान के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से जीपीओ पार्क में उपवास पर बैठे. कांग्रेस नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने कहा कि उपवास विधायक को निष्कासित करने की मांग को लेकर है क्योंकि केवल निलंबन से काम नहीं चलेगा. पार्टी बलात्कार पीड़िता और उसके वकील के अच्छे से अच्छे इलाज की भी मांग कर रही है. दोनों इस समय अस्पताल में भर्ती हैं.
लल्लू ने कहा, ''हमने यह भी मांग की है कि परिवार के जिन सदस्यों की जान गई है, उनके परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद तथा महेश सिंह को एक महीने का पैरोल दिया जाए ताकि वह अपने परिवार की ठीक से देखभाल कर सकें. कांग्रेस नेता ने बताया कि बलात्कार पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर है जबकि वकील की हालत में मामूली सुधार है.