रामलला को वैकल्पिक नए मंदिर में शिफ्ट करने को लेकर आयोजित अनुष्ठान में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अयोध्या पहुंच गए. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ मंगलवार शाम अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे और फिर यहां से वह सर्किट हाउस गए.
अयोध्या में बुधवार को रामलला को चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा, जिसके बाद मूल गर्भगृह पर राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होगा. भगवान श्री रामलला का चांदी का यह सिंहासन 9.5 किलोग्राम का है.
जयपुर के कारीगरों ने बनाया
चांदी का यह सिंहासन जयपुर के कारीगरों ने बनाया है. चांदी के सिहासन के पृष्ठ पर सूर्य देव की आकृति और दो मोर उत्कीर्ण किए गए हैं. रामलला इसी आकर्षक सिहासन पर विराजमान होंगे. मौजूदा समय में मूल गर्भगृह के अस्थायी मंडप में रामलला लकड़ी के सिहासन पर विराजित हैं.
राजा विमलेंद्र मोहन मिश्र यह सिंहासन लेकर अयोध्या आए. उन्होंने यह सिंहासन ट्रस्ट को समर्पित कर दिया. रामलला के अस्थायी मंदिर में शिफ्टिंग अनुष्ठान का आयोजन होगा. यह शिफ्टिंग नवरात्रि के पहले दिन यानी बुधवार को होगा. नवरात्रि के पहले दिन रामलला अस्थायी बुलेटप्रूफ मंदिर में विराजेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में ही रात्रि विश्राम करेंगे. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ बुधवार सुबह 4 बजे नया अस्थायी फाइबर के मंदिर में रामलला को शिफ्ट करेंगे.
भूमि शुद्धिकरण का काम शुरू
इससे पहले अयोध्या में रामलला को वैकल्पिक नए मंदिर में शिफ्ट करने के लिए होने वाले अनुष्ठान को कराने के लिए प्रसिद्ध वैदिक आचार्य डॉक्टर कृति कांत शर्मा ने अनुष्ठान और भूमि के शुद्धिकरण का काम सोमवार से शुरू कर दिया.
रामलला के लिए साढ़े नौ किलो चांदी से बने इस सिंहासन को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र ने भेंट किया है.
बिमलेंद्र ने सिंहासन राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय को सौंपा. इस मौके पर ट्रस्ट के पदेन सदस्य जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और एक अन्य सदस्य डॉक्टर अनिल कुमार मिश्र समेत महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, नगर आयुक्त डॉक्टर नीरज शुक्ल, साहित्यकार यतींद्र मिश्र प्रमुख रूप से उपस्थित थे.