एक समय कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहे चीन ने अब काफी हद तक कोरोना वायरस से जंग जीत ली है। अब वहां चुनिंदा मामले ही सामने आ रहे हैं। चीन ने स्कूलों को खोलने की भी इजाजत भी दे दी है। ऐसे में स्कूल के छात्र अनोखे तरीके से सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन कर रहे हैं। चीनी छात्र सिर पर विशेष टोपी लगाकर स्कूल जा रहे हैं। चीन के येंगझेंग एलिमेंट्री स्कूल का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में बच्चे अपने सिर पर अनोखे तरीके के टोपीनुमा हेडगियर पहने हुए हैं। इस टोपी में दोनों तरफ करीब तीन फीट लंबा डंडा निकला हुआ है।इसके साथ ही छात्र अपने मुंह पर मास्क भी पहने हुए हैं। एक व्यक्ति ने ट्वीटर पर तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा कि पहली कक्षा के बच्चे स्कूल वापस आ गए हैं, वो भी सोशल डिंस्टेंसिंग हेड गियर के साथ। उन्होंने कहा कि सॉन्ग वंश के शासन के दौरान इस तरह की टोपी का इस्तेमाल चीन में किया जाता था। इस टोपी का प्रयोग चीनी अदालत में बैठने वाले अधिकारी करते थे, जिससे अधिकारियों को अदालत में एक-दूसरे के साथ कानाफूसी और साजिश करने से रोका जा सके। अब यह स्कूल के छात्रों के लिए मददगार हो रही है।सोशल मीडिया पर बच्चों के इस अनोखे तरीके को पसंद किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि इस समय बच्चों के बीच में विशेष सावधानी रखना बेहद जरूरी है और ये उपकरण बच्चों के लिए बेहद मददगार साबित होगा।
5 हजार महिलाओं ने किया सामूहिक सुंदर कांड का पाठ लखनऊ ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में रविवार 10 मार्च को देश भर से आयी पांच हजार सनातनी महिलाओं ने सामूहिक सुंदरकांड का पाठ स्थानीय झूलेलाल घाट पर किया। इस महा अनुष्ठान के मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा को आमंत्रित किया गया था। इस महा अनुष्ठान का आरंभ लोकप्रिय गायक पंकज मिश्रा के भजन "राम आएंगे से हुआ। हनुमान चालीसा के पाठ के उपरांत, सुंदरकांड के सरस पाठ की अगुआई भी पंकज मिश्रा ने ही की। इस क्रम में विद्द्योलमा शक्तिपीठ की रजनी शुक्ला के निर्देशन में गणेश वंदना "जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति पेश की गई। उनके ही निर्देशन में रामोत्सव के अंतर्गत प्रभु राम के जन्म से लेकर होलिकोत्सव तक के विविध प्रसंगों को नृत्य के माध्यम से प्रभावी रूप से पेश किया गया। प्रभु राम के जन्मोत्सव के प्रसंग में जहां उन्होंने बधाई गीत "कौशल्या के जन्मे ललनवा पर सुंदर नृत्य पेश किया वहीं होली की उमंग को उन्होंने होली गीत &