12 मई से देश के कुछ इलाकों के लिए 15 ट्रेन चालू की गई हैं जिनमें ऑनलाइन कंफर्म टिकट पर ही यात्रा की जा सकती है। इन ट्रेनों के लिए बुकिंग 11 मई को हुई थी, वहीं आज यानी 12 मई को रेलवे ने कहा है कि ट्रेन में सफर करने वाले सभी यात्रियों के लिए आरोग्य सेतु एप अनिवार्य है।
रेल मंत्रालय ने इसकी जानकारी ट्वीट करके दी है। रेल मंत्रालय की ओर से यह ट्वीट रात को 12.24 बजे किया गया है। गैजेट 360 की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि जिनके फोन में आरोग्य सेतु एप नहीं होगा, उन्हें स्टेशन पर ही एप को डाउनलोड करना होगा और उसके बाद ही ट्रेन में चढ़ने दिया जाएग फिलहाल 15 ट्रेनें नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बंगलूरू, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी तक चलाई जा रही हैं। इन ट्रेनों में केवल एसी कोच होंगे और इसका किराया राजधानी ट्रेनों के समान होगा। इसके अलावा यदि आप इन ट्रेनों में टिकट लेते हैं और कैंसिल कराते हैं तो 50 फीसदी कैंसिलेशन शुल्क कट जाएगा।बता दें कि आरोग्य सेतु एप की प्राइवेसी को लेकर बवाल हो रहा है। इस परर सरकार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरोग्य सेतु एप, अब तक का सबसे सुरक्षित एप है। इसके साथ डाटा प्राइवेसी और डाटा चोरी का कोई खतरा नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एम्पावर्ड ग्रुप-9 के चेयरमैन अजय साहनी ने कहा कि आरोग्य सेतु एप से निजता को कोई खतरा नहीं है।उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप के डाटा का दुरुपयोग नहीं होगा। साहनी के मुताबिक सिर्फ कोरोना पॉजिटिव यूजर्स का ही डाटा सर्वर पर जाता है और उसे भी मरीज के ठीक होने के 60 दिन बाद डिलीट कर दिया जाता है। फिलहाल यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों पर मौजूद है। यह 11 भाषाओं (10 भारतीय भाषाएं और अंग्रेजी) में उपलब्ध है।
अजय साहनी ने बताया कि आरोग्य सेतु एप के यूजर्स की संख्या 9.8 करोड़ हो गई है लेकिन सिर्फ 13 हजार लोगों का ही डाटा सर्वर पर है। बता दें कि नीति आयोग के सीईओ की अध्यक्षता में एम्पावर्ड ग्रुप-9 का गठन किया गया है। यह ग्रुप कोरोना से लड़ने में सरकार की मदद कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोग्य सेतु एप को 12 मई से जियो फोन के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।