रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी, हॉस्पिटल ने बाराबंकी में यूरोलॉजी, किडनी और पेट की समस्याओं के मरीजों के लिए आउटडोर ओपीडी का लॉन्च
आउटडोर ओपीडी का आयोजन रीजेंसी के डॉक्टरों द्वारा प्रत्येक सोमवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार रूमेसा हेल्थकेयर (स्टेशन रोड घोसियाना), बाराबंकी में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा । किडनी, पेट और यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों के मरीजों को विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करने और उन्हें उपलब्ध बेहतरीन ट्रीटमेंट विकल्पों के साथ मदद करने के लिए हॉस्पिटल द्वारा यह आउटडोर ओपीडी नियमित रूप से आयोजित होगी ।
इस ओपीडी का लांच करने डॉ आलोक कुमार पांडे, एमडी (मेडिसिन), डीएम (नेफ्रोलॉजी); डॉ प्रदीप जोशी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन; डॉ राजीव कुमार, कंसल्टेंट – यूरोलॉजी और प्रवीण झा, एमडी, डीएम, कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटरोलॉजी कैंप में उपस्थित थे जो की इस ओपीडी में भी लोगो के इलाज के लिए उपस्थित होंगे ।
रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के एमडी (मेडिसिन), डीएम (नेफ्रोलॉजी), डॉ आलोक कुमार पांडे हर सोमवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाराबंकी में मौजूद रहेंगे । उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य उत्तर भारत में सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा प्रोवाइडर बनना है और छोटे शहरों में ऐसे लोगों तक पहुंचना है, जिनके पास किसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल या टेर्टीयरी हेल्थ केयर तक की पहुंच नहीं है। बाराबंकी को अभी भी एक बेहतर स्वास्थ्य सेवा ढांचे की जरूरत है और मरीजों के साथ बेहतर कंसल्टेशन की आवश्यकता को समझते हुए इस कैम्प को लगाया जाएगा, जिससे परामर्श के लिए बड़े शहरों में जाने आने के बजाय आप के गृह ज़िले में ही स्वास्थ्य परामर्श की सेवा ले सकते है ताकि आने जाने में लगने वाला समय और पैसा बचे ।”
रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के एमडी, डीएम, कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटरोलॉजी- डॉ. प्रवीण झा हर गुरुवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाराबंकी में मौजूद रहेंगे । उन्होंने कहा कि मोटापे और पानी की खराब गुणवत्ता के कारण बच्चों सहित सभी आयु वर्ग के लोग पेट से संबंधित बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं।बाराबंकी के लोगों के लिए बेहतर डॉक्टरों तक पहुंच और स्वास्थ्य सेवा तक बेहतर पहुंच होना संभव होगा। किडनी और यूरिनरी सिस्टम की बीमारी होना बहुत आम है। लोग जानकारी के अभाव या उचित इलाज में देरी के कारण ज्यादातर समय पीड़ित होते हैं। खराब लाइफस्टाइल, प्रदूषण के बढ़ते स्तर और मोटापे ने स्वस्थ व्यक्तियों में भी किडनी की बीमारियों की संभावना को बढ़ा दिया है। इससे कोविड-19 महामारी के दौरान भी बीमारी का कुल बोझ बढ़ गया है।“
डॉ राजीव कुमार, कंसल्टेंट - यूरोलॉजी हर शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाराबंकी में मौजूद रहेंगे । उन्होंने कहा, “इसके अलावा सर्दियों के मौसम में किडनी की पथरी होने की संभावना भी बढ़ जाती है क्योंकि तापमान में गिरावट के कारण हम पानी का सेवन कम कर देते हैं। हम लोगों को ठंड के मौसम में प्रतिदिन कम से कम 2 लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं।”
डॉ प्रदीप जोशी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन हर शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाराबंकी में मौजूद रहेंगे । उन्होंने कहा, “देश के कुछ हिस्सों में फिर से कोविड -19 केसेस के बढ़ने से हमने यह सुनिश्चित किया कि कैम्प में सभी सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। हम किडनी, पेट और यूरोलॉजी की समस्याओं वाले सभी मरीजों से उचित चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने का आग्रह करते हैं क्योंकि अगर कोई व्यक्ति पहले से ही इन समस्याओं से पीड़ित है, तो कोरोनावायरस होने पर उनका स्वास्थ्य बदतर हो सकता है।”
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