कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा शुरू किया गया अभियान लड़की हूँ लड़ सकती हूँ आज हर युवतियों की जुबान पर छा गया है। प्रियंका गांधी का यह कार्यक्रम लड़कियों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया है। जिसकी वजह से लड़कियां तेजी से इस अभियान से जुड़ती नजर आ रही हैं। धीरे-धीरे ये अभियान पूरे उत्तर प्रदेश में फैलता जा रहा है।
हाल ही कांग्रेस महासचिव ने महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी किया था। जिसमे महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 40 फीसदी आरक्षण देने सहित शिक्षा, स्वास्थ्य व सुरक्षा के मद्देनजर कई बड़ी घोषणाएं की थी। उन्होंने यूपी में कांग्रेस की सरकार बनने पर सरकारी बसोें में मुफ्त यात्रा, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स को 10 हजार रुपये मानदेय और बुजुर्ग व विधवा महिलाओं को 1000 रुपये मासिक पेंशन देने का वादा भी किया था। प्रियंका गांधी महिलाओं को आगे बढ़ाने में कोई कसर नई छोड़ना चाहती हैं। और उनका यह प्रयास दिख भी रहा है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में जहां सभी पार्टियां अलग-अलग जातियों को लुभाने में लगी हैं वही प्रियंका गांधी महिलाओं को सशक्त करने में लगी हैं। उनके मुताबिक महिलाएं घर के साथ-साथ देश भी चला सकती हैं।
हाल ही में उनके द्वारा की गई विभिन्न रैलियां और लड़की हूँ लड़ सकती हूँ अभियान में जमा हुई महिलाओं की भयंकर भीड़ इस बात का जीता जागता उदाहरण है। उनके इस अभियान को देखते हुए लगता है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में महिलाएं एक अहम भूमिका निभाएंगी । महिलाएं हमेशा से इस देश का एक अभिन्न अंग रही है और आगे भी रहेंगी ।
कांग्रेस और प्रियंका गांधी ने हमेशा ही महिलाओं के हित के लिए बात की है। जिसका जीता जागता स्वरूप वर्तमान में लड़की हूँ लड़ सकती हूँ अभियान से युवतियों का तेजी से जुड़ना है।
भारत में हमेशा से महिलाओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। चाहे वो कोई भी क्षेत्र हो। प्रियंका गांधी द्वारा की जा रही विभिन्न घोषणाएं महिलाओं में एक नई उम्मीद लेके आई हैं।
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