भारतीय सिनेमा जगत की मशहूर गायिका लता मंगेशकर अब इस दुनिया में नहीं रही. लता मंगेशकर की आवाज़ ने छह दशकों से भी ज़्यादा संगीत की दुनिया को सुरों से नवाज़ा है. बीते 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Died) ने अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. 92 वर्षीय लता मंगेशकर को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती कराया गया था. लंबे समय से ज़िंदगी और मौत से जंग लड़ते लड़ते लता मंगेशकर ने हमेशा के लिए अपनी आंखें बंद कर ली है. उनका जाना इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा नुकसान है. लता मंगेशकर की सेहत को लेकर हर दिन नए नए अपडेट भी सामने आ रहे थे. कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है मगर बीती रात उनकी सेहत अचानक से बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था.
5 हजार महिलाओं ने किया सामूहिक सुंदर कांड का पाठ लखनऊ ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में रविवार 10 मार्च को देश भर से आयी पांच हजार सनातनी महिलाओं ने सामूहिक सुंदरकांड का पाठ स्थानीय झूलेलाल घाट पर किया। इस महा अनुष्ठान के मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा को आमंत्रित किया गया था। इस महा अनुष्ठान का आरंभ लोकप्रिय गायक पंकज मिश्रा के भजन "राम आएंगे से हुआ। हनुमान चालीसा के पाठ के उपरांत, सुंदरकांड के सरस पाठ की अगुआई भी पंकज मिश्रा ने ही की। इस क्रम में विद्द्योलमा शक्तिपीठ की रजनी शुक्ला के निर्देशन में गणेश वंदना "जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति पेश की गई। उनके ही निर्देशन में रामोत्सव के अंतर्गत प्रभु राम के जन्म से लेकर होलिकोत्सव तक के विविध प्रसंगों को नृत्य के माध्यम से प्रभावी रूप से पेश किया गया। प्रभु राम के जन्मोत्सव के प्रसंग में जहां उन्होंने बधाई गीत "कौशल्या के जन्मे ललनवा पर सुंदर नृत्य पेश किया वहीं होली की उमंग को उन्होंने होली गीत ...
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