लखनऊ, 9 जनवरी, 2023 – भारत की सबसे बड़ी रिटेल एनबीएफसी श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड (श्रीराम फाइनेंस) ने आज ऐलान किया कि कंपनी ने एमएसएमई लोन पर विशेष फोकस के साथ अगले तीन साल में उत्तर प्रदेश में अपने लोन बुक को दोगुना करने की योजना बनाई है. सितंबर 2022 तक कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 10,770 करोड़ रुपये था और श्रीराम फाइनेंस ने यूपी में अगले तीन साल में इसे बढ़ाकर 20,000 करोड़ रुपये करने की योजना बनाई है.
ग्रोथ की रणनीति के तहत एमएसएमई लोन बुक की वृद्धि पर ध्यान दिया जाएगा क्योंकि यूपी में उद्यम स्कीम के तहत पंजीकृत एमएसएमई की तादाद सबसे ज्यादा है और राज्य में एमएसएमई को फाइनेंस उपलब्ध कराने का मौका बहुत अधिक है. कंपनी को उत्तर प्रदेश में अक्टूबर-दिसंबर 2022 के बीच 80 हजार दोपहिया वाहनों के लिए फाइनेंस उपलब्ध कराने में बहुत अधिक सफलता मिली और उसके अधिकतर ग्राहक स्वरोजगार करते हैं. 2022 में किसी भी अन्य राज्य के मुकाबले उत्तर प्रदेश दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाजार रहा और श्रीराम फाइनेंस का राज्य में लीडरशिप पोजिशन है.
आर्थिक गतिविधियों में रिकवरी, ग्रामीण मार्केट में रिवाइवल और माइक्रो एवं स्मॉल बिजनेस एक्टिविटी में तेजी के बदौलत कंपनी ने ये वृद्धि हासिल की है. इससे दोपहिया वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों के साथ सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योगों (एमएसएमई) के लिए फाइनेंस की मांग बढ़ी है. श्रीराम फाइनेंस उत्तर प्रदेश में अपनी 150 शाखाओं और पांच हजार से अधिक कर्मचारियों के जरिए अपने 6,60,000 से अधिक ग्राहकों की विभिन्न तरह की वित्तीय जरूरतों को पूरा करता है.
उत्तर प्रदेश में कंपनी का सबसे बड़ा फिक्स्ड डिपोजिट फ्रेंचाइज है जिसका आकार 2,400 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वहीं, जमाकर्ताओं की तादाद 38,000 है. कंपनी अपनी ग्रोथ से जुड़ी रणनीति के तहत खुद का रोजगार करने वाले लोगों और एमएसएमई पर ध्यान देगी.
कॉमर्शियल वाहनों के लिए लोन देने वाली सबसे बड़ी कंपनी श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी और दोपहिया वाहनों के लिए लोन देने वाली सबसे बड़ी कंपनी और एमएसएमई कंपनियों को फाइनेंस उपलब्ध कराने वाली श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस के विलय से हाल में श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड (Shriram Finance) का गठन हुआ. श्रीराम फाइनेंस विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय कंपनी है जिसके पास 37,500 करोड़ रुपये का मजबूत नेटवर्थ और 1,71,000 करोड़ रुपये का एसेट अंडर मैनेजमेंट है. सितंबर 2022 तक के आंकड़े के अनुसार, कंपनी भारत में 67 लाख ग्राहकों को सर्विसेज उपलब्ध कराती है.
यूपी के लिए ग्रोथ स्ट्रेटेजी: कंपनी ने एमएसएमई को कर्ज देने पर फोकस और एमएसएमई को अधिक लक्षित तरीके से लोन उपलब्ध कराने के लिए क्लस्टर आधारित फंडिंग अप्रोच के साथ अगले तीन साल में अपने एयूएम को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. यूपी में उद्यम के तहत रजिस्टर्ड एमएसएमई की संख्या सबसे ज्यादा है और राज्य में एमएसएमई को लोन उपलब्ध कराए जाने का मौका बहुत अधिक है. कंपनी की यूपी में गोल्ड लोन शुरू करने की योजना है. अपना रोजगार करने वालों और खासकर ऐसे लोगों पर फोकस किया जाएगा जिनके पास औपचारिक आय प्रमाणपत्र नहीं है जिन्हें अपने कारोबार के विस्तार के लिए पूंजी की जरूरत होती है. कंपनी यूपी के हर छोटे मार्केट में खास लक्ष्य के साथ अप्रोच करेगी. इसके तहत चमड़ा और जूते से जुड़े कारोबार के लिए आगरा के एमएसएमई, लकड़ी की नक्काशी के लिए शाहपुर, तालों के लिए अलीगढ़ और कांसे से जुड़ी बिजनेस के लिए मुरादाबाद के छोटे एवं मझोले उद्योगों पर ध्यान दिया जाएगा. अनुकूल नीतियों और सहयोगी सरकार होने की वजह से महामारी के बाद यूपी में सबसे बड़ी संख्या में कंपनियां आई हैं. ऐसे में राज्य में बड़ी कंपनियों को सपोर्ट करने वाली एमएसएमई की तादाद भी बढ़ी है और इसके साथ-ही-साथ फाइनेंस की जरूरत भी बढ़ी है.
श्रीराम फाइनेंस के एमडी और सीईओ वाईएस चक्रवर्ती ने कहा, “एक तिमाही में 80,000 दोपहिया वाहनों के लिए फाइनेंस उपलब्ध कराना एक अहम मील का पत्थर है. श्रीराम फाइनेंस आम आदमी को कर्ज देने वाला लेंडर है और दो राज्यों में अपना रोजगार करने वालों और एमएसएमई सेग्मेंट पर फोकस करना हमारी रणनीति है. कंपनी की तादाद में इजाफा और इसके एक औद्योगिक हब के रूप में परिवर्तित होने की वजह से यूपी में बहुत अधिक संभावनाएं मौजूद हैं. बिजनेस के अनुकूल सरकार और कानून-व्यवस्था में सुधार की वजह से कई नए छोटे उद्योग खुल रहे हैं. हमें इस सेग्मेंट और उनकी क्रेडिट से जुड़ी जरूरतों को लेकर विशेषज्ञता हासिल है.”
श्रीराम फाइनेंस के संयुक्त एमडी जीएम जीलानी ने कहा, “श्रीराम ट्रांसपोर्ट और श्रीराम सिटी ने मिलकर श्रीराम फाइनेंस का गठन किया है और हम अपना मजबूत पक्ष एकसाथ लेकर आए हैं और अगले एक साल में एक-दूसरे में मौजूद क्षमताओं का इस्तेमाल करने की ओर देखेंगे. यूपी श्रीराम फाइनेंस के लिए सबसे अहम राज्यों में से एक है और यह कंपनी की ग्रोथ का वाहक बना रहेगा. टू-व्हीलर्स और कॉमर्शियल वाहनों के लिए कर्ज देने के मामले में हम मार्केट लीडर हैं और अब एमएसएमई लेंडिंग बिजनेस में ग्रोथ पर हमारा फोकस है जिससे कुल-मिलाकर यूपी की ग्रोथ होगी.”
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