केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी के लोगों को बोईंग लिटरेसी तथा हेल्थकेयर प्रोग्राम्स समर्पित किए
अमेठी, भारत सरकार में महिला और बाल विकास तथा अल्पसंख्यक मामलों की माननीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने आज उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में बोईंग- रूम टू रीड लिटरेसी प्रोग्राम और डॉक्टर्स फॉर यू (डीएफवाई) डायग्नोस्टिक सेंटर के शुभारम्भ की घोषणा की है।
इस प्रोग्राम के अंतर्गत बोईंग, रूम टू रीड- विश्व स्तर पर विख्यात लाभ-निरपेक्ष संगठन, को अगले चार वर्षों के लिए अमेठी में 60 चयनित प्राथमिक विद्यालयों में लिटरेसी प्रोग्राम (साक्षरता कार्यक्रम) क्रियान्वित करने में मदद करेगा। इस प्रोग्राम के द्वारा स्वतन्त्र पाठकों और आजीवन शिक्षार्थियों का पालन-पोषण किया जाएगा। बोईंग द्वारा वित्त-पोषित मेडिकल डायग्नोस्टिक सेंटर में सीटी स्कैन, डिजिटल एक्स-रे, और अल्ट्रासाउंड मशीनों सहित उन्नत चिकित्सीय उपकरण होंगे, जिनसे अगले तीन वर्षों तक ज़रूरतमंद लोगों को मुफ्त चिकित्सीय जाँच प्रदान करने में डीएफवाई को मदद मिलेगी। इसके अलावा इस केन्द्र में मेडिकल टेक्नीशियंस और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
आज अमेठी में इस उद्घाटन समारोह में मंत्री ईरानी के साथ सरकार और जिले के वरिष्ठ अधिकारी, बोईंग इंडिया की चीफ ऑफ स्टाफ और बोईंग ग्लोबल एंगेजमेन्ट लीड सुश्री प्रवीणा यग्नमभट, रूम टू रीड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर सुश्री पूर्णिमा गर्ग और डीएफवाई के फाउंडर डॉ. रविकांत सिंह मौजूद थे।
श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा कि, “अमेठी में जमीनी स्तर पर लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य-देखभाल की सुविधाओं की सुलभता प्रदान करने पर सरकार का मुख्य ध्यान केन्द्रित है। रूम टू रीड और डॉक्टर्स फॉर यू के साथ बोईंग की सामुदायिक सहभागिता पहल प्राथमिक शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल की सुलभता प्रदान करने में अमेठी के लोगों के जीवन में उल्लेखनीय योगदान करेगी। मैं सभी के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में मदद करने के लिए अमेठी के लोगों के साथ सहयोग करने की बोईंग की वचनबद्धता की सराहना करती हूँ।”
बोईंग इंडिया के प्रेसिडेंट, श्री सलिल गुप्ते ने कहा, “जब हम बच्चों में कल्पना शक्ति और जिज्ञासा का पोषण करते हैं, तब अगली पीढ़ी के आविष्कारकों और प्रवर्तकों का निर्माण होता है। इसी प्रकार, हम जब विविध समुदायों के लोगों को चिकित्सीय सहायता और सतत स्वास्थ्य-देखभाल प्रदान करते हैं तो प्रगति आगे बढ़ती है। रूम टू रीड और डॉक्टर्स फॉर यू के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारियाँ सभी के लिए साक्षरता, शिक्षा, और स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराने वाले संसाधन प्रदान करने के प्रति हमारी निरंतर वचनबद्धता को रेखांकित करती हैं।”
रूम टू रीड प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर, चयनित 60 विद्यालयों में पुस्तकालय कक्षों को स्थापित किया जाएगा, जहाँ पुस्तकों, पठन टेबल, पुस्तकों के लिए खुली आलमारियों, डिस्प्ले इकाइयों, और अन्य शैक्षणिक सामग्रियों सहित आधुनिक सुविधायें और संसाधन प्रदान किये जायेंगे। इसके अलावा, इस प्रोग्राम के द्वारा सामुदायिक सभाओं, समारोहों, ग्रीष्मकालीन शिविरों, अभिभावकीय अनुकूलन( पेरेंटल ओरिएन्टेशन), विद्यालय प्रबंधन समिति प्रशिक्षण, और पठन अभियानों ( रीडिंग कैंपेन्स) के माध्यम से पारिवारिक तथा सामुदायिक सहभागिता को आगे बढ़ाएगा। यह प्रोग्राम शिक्षकों और संकाय सदस्यों के लिए पेशागत विकास प्रशिक्षण भी आरम्भ किया जाएगा। इन पहलों से घर में और विद्यालय में बच्चों की सहायता के सही तरीकों के बारे में परिवारों, समुदायों, और शिक्षकों के बीच जागरूकता का निर्माण करने में मदद मिलेगी।
रूम टू रीड की सीईओ, सुश्री गीता मुरली ने बताया, “जब बच्चे सीखते हैं, तब बदलाव की ऐसी लहरें पैदा करते हैं, जो उनके परिवारों, समुदायों और भविष्य की पीढि़यों तक जाती हैं। बोईंग और रूम टू रीड के बीच मजबूत भागीदारी बच्चों की निरक्षरता को दूर करने और सकारात्मक बदलाव लाने में सहयोग की शक्ति का उदाहरण है। साथ मिलकर हम न केवल बच्चों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि शिक्षा को विकास की कार्यसूची में सबसे ऊपर रख रहे हैं। हम जानते हैं कि शिक्षा हमारे दौर की दूसरी महत्वपूर्ण चुनौतियों को हल करने का आधार है।”
‘दुनिया का बदलाव शिक्षित बच्चों से आरम्भ होता है®’, इस मान्यता के साथ वर्ष 2000 में स्थापित रूम टू रीड का अभिनव प्रतिदर्श दो महत्वपूर्ण अवधियों - आरंभिक प्राथमिक विद्यालाय और माध्यमिक विद्यालय के दौरान स्कूलों के भीतर गहन, सर्वांगीण कायाकल्प पर केन्द्रित है। यह संस्था प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के बीच साक्षरता की कुशलताएं और पढ़ाई की आदत विकसित करने में मदद करती है और सुनिश्चित करती है कि लड़कियाँ आवश्यक जीवन-कौशल के साथ माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई पूरी करें। 23 देशों में रूम टू रीड ने 39 मिलियन से ज्यादा बच्चों को फायदा पहुँचाया है।
बोईंग द्वारा वित्त-पोषित डीएफवाई मेडिकल डायग्नोस्टिक सेंटर का उदघाटन करते हुए, डॉक्टर्स फॉर यू के फाउंडर, डॉ. रविकांत सिंह ने कहा कि, “आज अमेठी में इस माइलस्टोन प्रोजेक्ट पर बोईंग के साथ अपनी साझीदारी का विस्तार करना गौरवपूर्ण पल है। हम अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सेवाओं की सुलभता प्रदान करके इस जिले के लोगों के लिए लगार गुणवत्ता, निःशुल्क स्वास्थ्य देखभाल सेवायें प्रस्तुत कर रहे हैं।” डीएफवाई एक अखिल-भारतीय मानवतावादी संगठन है। इसकी स्थापना वर्ष 2007 में डॉक्टरों, मेडिकल स्टूडेंट्स, और समान सोच के लोगों द्वारा “सभी के लिए स्वास्थ्य” की दूरदृष्टि के साथ की गई थी। यह संगठन सौदे-आधारित आपदा जोखिम न्यूनीकरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य, प्रशिक्षण और आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया में पथ-प्रदर्शक कार्यों का प्रदर्शन करता रहा है। साथ ही, यह भारत के छः राज्यों में सभी के लिए स्वास्थ्य का कुशल, प्रभावकारी, एवं न्यायोचित वितरण प्रदान करते हुए आरक्षित समुदायों के साथ व्यापक रूप से शामिल रहा है।
सामाजिक रूप से जिम्मेदार बिजनेस लीडर के नाते बोईंग अपने परिचालन स्थलों के समुदायों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिये प्रतिबद्ध है। कौशल, शिक्षा एवं पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छता, कार्यबल विकास और भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण पर केन्द्रित कार्यक्रमों के माध्यम से बोईंग ने विगत वर्षों में भारत में 5 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।