लखनऊ, शिक्षा का छात्र जीवन में जितना महत्तव है, उतना ही खेलों का भी है। इसलिए खेल जहाँ उन्हें सेहत प्रदान करते हैं वहीं उनके शारीरिक व मानसिक विकास में भी अहम योगदान देते हैं। बच्चों को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु ही दिल्ली पब्लिक स्कूल, इन्दिरा नगर में 22 नवम्बर 2023 को के०डी० सिंह बाबू स्टेडियम में वार्षिक खेल दिवस का आयोजन किया गया मुख्य अतिथि ए०डी०जी० पियुष मोद्रिया व गेर्स्ट ऑफ ऑनर आर०एस०ओ० श्रीमान अजय कुमार ने स्टेडियम में आकर छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए जीवन में खेल के महत्तव पर प्रकाश डाला। वार्षिक खेल दिवस में मैनेजमैंट से श्रीमती शाहिना आमीन, श्रीमती नौशीन शादाब व दिल्ली पब्लिक स्कूल की सहयोगी शाखाओं की प्रधानाचार्यागण ने आकर उत्सव में चार चाँद लगा दिए।
सर्वप्रथम प्रथानुसार टॉर्च प्रज्वलित करके खेलोत्सव का शुभारम्भ किया गया तत्पश्चात् विद्यालय के चारो हाउस के छात्रों ने मार्च पास्ट और अतिथियों को सलामी दी।
आकाश, चाँद, सूर्य व तारे ये सब हमेशा हमारी जिज्ञासा के कारण रहे हैं। इस वर्ष भारत ने चन्द्रयान चाँद पर भेज कर चाँद के बारे में बहुत कुछ जानकारियां हासिल की है। उसी चन्द्रयान को बनाने वाले वैज्ञानिको के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक पखा ड्रिल "मिशन आविष्कार" द्वारा देते हुए सफलतापूर्वक सैटेलाइट का चाँद पर उतरना व वैज्ञानिको की जिज्ञासा, हर्ष व उत्साह को, बहुत मनोरम रूप में प्रदर्शित किया।
'शेड एंड शैडो' ड्रिल में "आशा और विश्वास" को छाता ड्रिल की सहायता से दिखाया गया हम सब सपनों की दुनिया में जीते है और आशा रखते है कि हमेशा हमारे साथ अच्छा ही होगा जैसे वर्षा के आने पर उम्मीद होती है कि फसल अच्छी ही होगी। इस विश्वास को कक्षा तीन से पाँच, के छात्रों ने बहुत सुदरता से दिखा दिया कि हमेशा अन्धेरे के बाद रौशनी होती है और धूप में कही छाया भी होती है।
कक्षा 6 से 8 के छात्रों ने अनेकता में एकता के माध्यम से रंगों की दुनिया का प्रदर्शन साड़ी ड्रिल के द्वारा किया। रंगीन साड़ियों के द्वारा अनेक रंगों के फूलों को बना कर सभी अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।"एक भारत श्रेष्ठ भारत में कक्षा 9 से 11 के छात्रों ने देश की एकता को दर्शाया। विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्यों के द्वारा देश की अनेकता में एकता की सांसकृतिक भव्यता का प्रदर्शन किया गया।
अंत में "बाईस्कोप मुजैक ऑफ मैजिक" में विलुप्त होते खेलों को बीसवीं शतक से साठवीं शतक के पुराने गानों के द्वारा दर्शा कर संगीत में आए बदलाव को रोमांचक तरीके से दर्शाया गया और सभी दर्शकों को उनके अतीत से जोड़ने का एक प्रयास किया गया। सभी अभिभावकगण व अतिथि गण इस ड्रिल को देखकर भावविभोर हो गए सारा वातावरण तालियों से गूंज उठा। तत्पश्चात धन्यवाद के साथ
बेस्ट ड्रिल की ट्राफी एक भारत श्रेष्ठ भारत
बेस्ट मार्च पास्ट की ट्राफी ब्लू बैल्स
बेस्ट हाउस ट्राफी ट्यूलिप को दी गई।
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