लखनऊ। राजधानी के यूपी प्रेस क्लब में वार्ता करते हुए बीआरओ से रिटायर्ड डायरेक्टर उदय शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि राहुल गांधी द्वारा भारतीय सैनिकों के बारे में उनके आपत्तिजनक बयान पर सीनियर एडवोकेट श्री विवेक तिवारी के माध्यम से केस दायर किया था।
उपरोक्त केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपीएमएलए की कोर्ट श्री आलोक वर्मा ने बतौर अभियुक्त 24 मार्च 2025 को हाजिर होने के लिए तलब कर लिया है।
भूतपूर्व डायरेक्टर बीआरओ उदय शंकर श्रीवास्तव ने कहा कि देश में "देशद्रोही इकोसिस्टम बनाम गवर्नमेंट सिस्टम बनाम राष्ट्रवादी लोग" का एक दुखद माहौल चल रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह इस केस की पैरवी में तारीख पर कोर्ट जाते थे तब उन्हें हतोत्साहित करने का भरपूर प्रयास किया जाता था। एक बार कोर्ट की सीढ़ियों पर एक व्यक्ति यह कहते हुए बगल से निकल गया कि इस लफडे में मत पड़ो पाकिस्तान तक में कनेक्शन हैं। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी नम्बर से फोन आया जिसे उन्होंने ब्लाक कर दिया। पाकिस्तानी नम्बर की डीपी में आतंकवादी की डीपी लगी थी। यह सारे प्रमाण श्री श्रीवास्तव ने दिखाए भी।
एक पेशी वाले दिन कोर्ट के वरांडे से उनका मोबाइल चोरी हो गया। इन सब घटनाओं की सूचना ईमेल और पत्र के माध्यम से श्री श्रीवास्तव समय-समय पर उच्च पुलिस प्रशासन को देते रहे।
इस स्थिति के बारे में उन्होंने अपने परिवार को कभी नहीं बताया और अकेले सामना करते रहे। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालय परिसर के सारे गेट पर अब मेटल डिटेक्टर लग रहे हैं, परिसर की सुरक्षा बजबूत हो रही है यह खुशी की बात है।
यह सवाल किये जाने पर कि क्या आप राहुल गांधी से कुछ कहना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि, "श्री राहुल गांधी अक्सर ऐसा बयान देते हैं जिससे चायनीज सैनिकों का मनोबल उंचा होता है वहीं उनका बयान भारतीय सैनिकों के लिए हतोत्साहित करने वाला होता है। ऐसी स्थिति में यह प्रश्न मन में उठने लगता कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और चायनीज
पार्टी के बीच में क्या समझौता हुआ था? उस समझौते का खुलासा क्यों नहीं किया जा रहा है? समझौते का खुलासा न करने के क्या कारण हैं? श्री राहुल गांधी देश को उपरोक्त तीन प्रश्न का उत्तर दें।"
Comments
Post a Comment